उज्जैन. महाकाल मंदिर परिसर से गुरुवार सुबह पकड़े गए हत्यारे विकास दुबे ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि एनकाउंटर के डर से उनसे पुलिस पर फायरिंग की थी। अगर और फोर्स नहीं आता तो वह सबूत मिटाने के लिए पुलिस वालों के शव जला देता, इसके लिए तेल मंगा लिया था। विकास के बयानों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के हवाले से यह सब जानकारी सामने आई है।
विकास ने पुलिस को बताया- पुलिस के लोग मेरे संपर्क में थे। उन्होंने दबिश की जानकारी दी थी। मैंने अपने साथियों को हथियार के साथ बुलाया था। घर पर 30 लोगों के लिए खाना बनवाया था। घटना के बाद मैंने सभी साथियों को अलग-अलग भागने को कहा था। मुझे किए पर अफसोस है पर मुझे गोली चलाने के लिए मजबूर किया गया था। मैं मंदिर के परिसर में बैठकर बहुत रोया हूं।
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